October 12, 2025 3:11 am

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किसान नेता रामेश्वर डूडी का निधन, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, गहलोत व डोटासरा ने दिया कंधा

अबतक इंडिया न्यूज बीकानेर 4 अक्टूबर । राजस्थान कांग्रेस के नेता किसान केसरी रामेश्वर डूडी का शुक्रवार देर रात एक बजे निधन हो गया। वे 62 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार उदयरामसर से दो किमी दूर उनके फार्म हाउस में ससम्मान किया गया। पुत्र अतुल डूडी ने उनको मुखाग्नि दी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे डूडी लंबे समय से बीमार थे। परिवार के अनुसार वे करीब 25 महीने से कोमा में थे। जैसे ही उनके निधन की सूचना लोगों को मिली। न केवल राजनीतिक गलियारों में बल्कि जिले भर में शोक की लहर छा गई। उनके निधन पर राज्यपाल हरिभाऊ बागडे,मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित प्रदेश के अनेक नेताओं ने शोक जताया। इससे पहले डूडी के निवास पर उनका शव अंतिम दर्शनार्थ रखा गया। जहां उनके चाहने वालों ने पुष्प अर्पित कर अपने नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। डूडी की अंतिम यात्रा बीकानेर स्थित उनके आवास वैद्य मघाराम कॉलोनी से रवाना हुई। इस दौरान पूर्व सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कंधा दिया।
  श्रद्धांजलि देनेवालों का लगा तांता 
इससे पहले दोपहर में पूर्व सीएम अशोक गहलोत,कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा,मंत्री सुमित गोदारा,किसान आयोग के अध्यक्ष सी आर चौधरी,प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली,केन्द्रीय मंत्री के पुत्र रवि शेखर मेघवाल,जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल,सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर,कांग्रेसी नेता हेमाराम चौधरी,हरीश चौधरी,पूर्व सांसद बद्री जाखड़,पूर्व मंत्री डॉ बी डी कल्ला,गोविन्दराम मेघवाल,भंवर सिंह भाटी,लक्ष्मण कड़वासरा,महेन्द्र गहलोत,पूर्व विधायक बिहारी लाल विश्नोई,विधायक विकास चौधरी,सांसद हनुमान बेनीवाल,पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर,हुकमाराम विश्नोई,नोखा पालिकाध्यक्ष नारायण झंवर ,पूर्व विधायक गिरधारी महिया,शिमला नायक,धर्मेन्द्र राठौड,पूर्व मंत्री पवन गोदारा,संगठन सृजन प्रभारी राजेश लिलोठिया,डॉक्टर राजेंद्र मुंड, सुरेन्द्र सिंह शेखावत,भाजपा उपाध्यक्ष दीपक पारीक,मदन गोपाल मेघवाल,चेतन डूडी,फूसाराम गोदारा,पूर्व न्यास अध्यक्ष मकसूद अहमद,पूर्व उपमहापौर हारून राठौड,शशि शर्मा,अशोक भाटी,आनंद जोशी,हजारी देवड़ा,शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत,रामनिवास कूकणा,शिवलाल गोदारा,देवेन्द्र बुडिया,जियाउर रहमान भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
डोटासरा बोले डूडी के कारण ही पिछले साल किसानों का कर्ज हुआ था माफ
डूडी के दोस्त शशि शर्मा ने उनके किस्से सुनाते हुए बताया कि कॉलोनी के चौक में रात तीन-तीन बजे तक बातें करते ​थे। राजनीति से जुड़े कि स्से सुनाते थे।आज वे इसी चौक से शांत निकल गए।डूडी की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में उनके समर्थक और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान वे अमर रहे के नारे लगाते हुए चल रहे थे।
2 दिन में ज्यादा बिगड़ी तबीयत
बीकानेर कांग्रेस देहात अध्यक्ष बिशना राम सियाग ने बताया कि अगस्त 2023 में डूडी को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। उन्हें तुरंत एसएमएस अस्पताल ले जाया गया था। वहां से उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था।उसके बाद वो दिल्ली में अपने घर पर ही इलाज ले रहे थे। कुछ दिन पहले उन्हें फिर से हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, लेकिन उनकी हालत में ज्यादा सुधार नहीं हुआ। इसके बाद डॉक्टर्स ने उन्हें घर भेज दिया था।
छात्र नेता से हुई उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत
किसानों के बीच बेहद लोकप्रिय रामेश्वर डूडी बीकानेर जिले के नोखा तहसील के रायसर गांव के रहने वाले थे। वर्तमान में उनकी पत्नी सुशीला डूडी नोखा से विधायक हैं। रामेश्वर डूडी ने पश्चिमी राजस्थान के किसानों की आवाज पुरजोर तरीके से बुलंद की। रामेश्वर लाल डूडी का जन्म 1 जुलाई 1963 में हुआ था। रामेश्वर डूडी ने बीकॉम की डिग्री के बाद राजनीति में प्रवेश किया था। राजनीति में उनका प्रवेश एनएसयूआई से हुआ, जहां उन्होंने छात्र आंदोलनों के जरिए अपनी पहचान बनाई। उसके बाद डूडी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत पंचायत समिति प्रधान से की थी। वर्ष 1995 में वे पहली बार पंचायत समिति सदस्य बनकर प्रधान बने। उसके बाद यह सफर रुका नहीं। उसके बाद जिला प्रमुख, विधायक और सांसद के साथ विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। वे किसान नेता के साथ बिजनेसमैन भी थे।
वर्ष 1999 में बीकानेर से लोकसभा सांसद चुने गए डूडी
वर्ष 1999 में रामेश्वर डूडी ने बीकानेर से लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की और सांसद बने। वर्ष 2004 तक वे बीकानेर लोकसभा सीट से सांसद रहे। उस वक्त अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। फिर वर्ष 2013 विधानसभा चुनाव में बीकानेर जिले की नोखा सीट से रामेश्वर डूडी विधायक चुने गए। वसुंधरा राजे के कार्यकाल में रामेश्वर डूडी ने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका भी निभाई। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में भी वे नोखा से कांग्रेस प्रत्याशी थे पर भाजपा के बिहारीलाल बिश्नोई से पराजित हो गए।
पूरे रास्ते भावभीनी श्रद्धाजंलि
डूडी की अंतिम यात्रा में पूरे रास्ते समर्थकों व चाहने वालों ने पुष्प चक्र व पुष्प माला उनके पार्थिव शरीर पर चढ़ाकर अपनी श्रद्धाजंलि दी। एक स्थान पर जेसीबी से पुष्प वर्षा की गई। वहीं देहात कांग्रेस कार्यालय में सम्मान दिया गया। वहीं सेवादल की ओर से गार्ड ऑफ ऑर्नर देकर अपने नेता को अंतिम विदाई दी। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष कमल कल्ला,शहर अध्यक्ष अनिल व्यास,देहात अध्यक्ष व मनोज व्यास सहित सेवादल के सेवादार मौजूद रहे।

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