अबतक इंडिया न्यूज 29 जून । ओडिशा के पुरी में 27 जून से शुरू हुई भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के तीसरे दिन रविवार सुबह करीब 4:30 बजे श्री गुंडिचा मंदिर के सामने दर्दनाक हादसा हो गया. मंदिर में भगवान के रथ में विराजमान मूर्तियों के दर्शन के लिए हुई धक्का-मुक्की के कारण यह हादसा हुआ. दरअसल, जैसे ही भगवान जगन्नाथ का रथ मंदिर के सामने से गुजरा, वहां खड़े हजारों श्रद्धालु एक साथ दर्शन के लिए टूट पड़े, जिसके कारण धक्का-मुक्की और भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई. और भीड़ बढ़ने के कारण कई लोगों का दम घुटने लगा, जिसके कारण कई लोगों के घायल होने की खबर है और 3 की मौत हो गई है. जिसकी पुष्टि होना अभी बाकी है.
घायलों की हालत गंभीर, अस्पताल में इलाज जारी
भगदड़ में घायल हुए 10 से अधिक श्रद्धालुओं को तुरंत 108 एम्बुलेंस के ज़रिये पुरी जिला अस्पताल पहुंचाया गया. इनमें से कुछ की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. इस घटना में 3 लोगों की मौत हो गई है, डॉक्टरों की टीम घायलों का लगातार इलाज कर रही है, हादसे के बाद आसपास के लोग भी मदद के लिए आगे आए.
#WATCH | Puri: Odisha DGP Y.B. Khurania reaches the Gudicha Temple to assess the situation after the stampede that occurred here during the Rath Yatra, which claimed three lives and injured 6-7 people pic.twitter.com/kDNOZeT9Bg
— ANI (@ANI) June 29, 2025
कैसे भगदड़ जैसे बने हालात?
यह घटना शरधाबली के पास, श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने हुई है. उस समय रथ पर विराजमान भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए भारी भीड़ जमा थी. दर्शन के समय भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया और लोगों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कुछ लोग जमीन पर गिर पड़े और भगदड़ की स्थिति बन गई.
शनिवार को भी बिगड़े थे हालात
बता दें कि शनिवार को भी रथ यात्रा के दौरान करीब 600 से अधिक श्रद्धालु बीमार पड़े थे. जिनका पुरी के विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया गया. कई लोग धक्का-मुक्की के कारण घायल हो गए जबकि 200 से अधिक लोग गर्मी और उमस भरे मौसम के कारण बेहोश हो गए. ओडिशा पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के लगभग 10,000 जवानों की तैनाती के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वार्षिक रथ यात्रा आयोजित की जा रही है.