July 1, 2025 2:44 am

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पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला से किए गई सवाल,अंतरिक्ष स्टेशन से भारत कैसा दिखता है

अबतक इंडिया न्यूज 28 जून । पीएम मोदी ने शनिवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर मौजूद भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) से बात की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने शुभांशु शुक्ला से कई सवाल किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत में Axiom Mission 4 के पायलट शुभांशु ने बताया कि अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) से भारत कैसे दिखता है. साथ ही भारतीय एस्ट्रोनॉट शुंभाशु ने बताया कि हम दिन में 16 बार पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं. 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त देखते हैं.

अंतरिक्ष की विशालता को लेकर पीएम मोदी के सवाल पर शुभांशु शुक्ला ने कहा कि जब पहली बार हम ऑर्बिट में पहुंचे तो पहला व्यू पृथ्वी का था और पृथ्वी को बाहर से देखर जो पहला ख्याल जो मन में आया वह यह था कि पृथ्वी बिल्कुल एक दिखती है. बाहर से कोई सीमा नहीं दिखाई देती है.

पहली बार जब भारत को देखा तो हम मैप में पढ़ते हैं भारत को. हम देखते हैं कि बाकी देशों का आकार कितना बड़ा है. हमारा आकार कितना बड़ा है. लेकिन वह सही नहीं होता है. क्योंकि हम थ्री डी ऑब्जेटक की पेपर पर उतारते हैं. भारत सच में बहुत भव्य दिखता है. बहुत बड़ा दिखता है. जितना हम मैप में देखते हैं उससे कहीं ज्यादा बड़ा.

बता दें कि लखनऊ के शुभांशु शुक्ला इंटरनेशल स्पेस स्टेशन पहुंचने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं. इसके अलावा वह अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं. इससे पहले भारत के राकेश शर्मा 1984 में अंतरिक्ष में आठ दिन रहे थे. वह एक्सीओम मिशन 4 का हिस्सा हैं, जो एक प्राइवेट स्पेस मिशन है. वह तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ गुरुवार की शाम को स्पेस स्टेशन पहुंचे हैं.

भारतीय वायुसेना के टेस्ट पायलट शुभांशु के साथ पोलैण्ड के इंजीनियर स्लावोज़ मिशन विशेषज्ञ और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी परियोजना के अंतरिक्ष यात्री हैं. स्लावोज अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले अपने देश के दूसरे व्यक्ति हैं और 1978 के बाद से पहले व्यक्ति हैं. मैकेनिकल इंजीनियर और मिशन विशेषज्ञ कापू, अंतरिक्ष में रॉकेट से जाने वाले हंगरी के दूसरे अंतरिक्ष यात्री हैं. हंगरी का आखिरी अंतरिक्ष मिशन 45 साल पहले हुआ था।

 

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