अबतक इंडिया न्यूज 17 जून । मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने बारिश को लेकर अपडेट दिया और बताया कि राजस्थान के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में अगले 1-2 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन की संभावना है. मानसून के आगमन के साथ ही राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी भी जारी की गई है.
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है. अभी मानसून की उत्तरी सीमा दीसा, इंदौर, जबलपुर, मंडला, अंबिकापुर, हजारीबाग और सुपौल जैसे क्षेत्रों से होकर गुजर रही है.
बंगाल की खाड़ी से उठा निम्न दबाव
बंगाल की खाड़ी और उससे सटे क्षेत्रों में बना निम्न दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ सकता है. इसके अलावा, गुजरात के आसपास बना एक अन्य निम्न दबाव क्षेत्र भी उत्तर की ओर बढ़ते हुए दक्षिणी राजस्थान तक पहुंच सकता है. इन मौसमी बदलाव के कारण राजस्थान में मानसून के जल्द राजस्थान में दस्तक देने की संभावना है.
बंगाल की खाड़ी और उससे सटे क्षेत्रों में बना निम्न दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ सकता है. इसके अलावा, गुजरात के आसपास बना एक अन्य निम्न दबाव क्षेत्र भी उत्तर की ओर बढ़ते हुए दक्षिणी राजस्थान तक पहुंच सकता है. इन मौसमी बदलाव के कारण राजस्थान में मानसून के जल्द राजस्थान में दस्तक देने की संभावना है.
भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिनों तक राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी, जिसमें गरज-चमक और आकाशीय बिजली की संभावना भी शामिल है. खास तौर पर उदयपुर और कोटा संभाग में अगले 4-5 दिनों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 21 से 23 जून के बीच बारिश की गतिविधियों में और तेजी देखने को मिल सकती है.
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिनों तक राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी, जिसमें गरज-चमक और आकाशीय बिजली की संभावना भी शामिल है. खास तौर पर उदयपुर और कोटा संभाग में अगले 4-5 दिनों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 21 से 23 जून के बीच बारिश की गतिविधियों में और तेजी देखने को मिल सकती है.
आंधी-तूफान और बिजली गिरने का खतरा
मानसून के आगे बढ़ने के दौरान राज्य के कुछ इलाकों में मेघगर्जन और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं. मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और खुले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी है. खासकर बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे ना रहने की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि वे बारिश और तूफान के दौरान सतर्क रहें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें.
मानसून के आगे बढ़ने के दौरान राज्य के कुछ इलाकों में मेघगर्जन और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं. मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और खुले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी है. खासकर बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे ना रहने की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि वे बारिश और तूफान के दौरान सतर्क रहें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें.
भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव और यातायात बाधित हो सकता है, इसलिए आवश्यक सावधानी बरतें. साथ ही किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को बारिश से बचाने के लिए उचित कदम उठाएं. साथ ही, बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर रहें.
मौसम रहेगा गतिशील
अगले कुछ दिनों में राजस्थान में मौसम गतिशील रहेगा. दक्षिणी राजस्थान में मानसून का प्रभाव सबसे पहले दिखेगा, जिसके बाद यह पूरे राज्य में फैल सकता है. मौसम विभाग की यह चेतावनी लोगों के लिए जरूरी है, ताकि वे समय रहते तैयारी कर सकें. आपको बता दें कि मानसून के आगमन से पहले ही जयपुर में आज 1 घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई, जिससे वहां का मौसम सुहावना हो गया. साथ ही सड़कों पर पानी का जमाव भी देखने को मिला.
अगले कुछ दिनों में राजस्थान में मौसम गतिशील रहेगा. दक्षिणी राजस्थान में मानसून का प्रभाव सबसे पहले दिखेगा, जिसके बाद यह पूरे राज्य में फैल सकता है. मौसम विभाग की यह चेतावनी लोगों के लिए जरूरी है, ताकि वे समय रहते तैयारी कर सकें. आपको बता दें कि मानसून के आगमन से पहले ही जयपुर में आज 1 घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई, जिससे वहां का मौसम सुहावना हो गया. साथ ही सड़कों पर पानी का जमाव भी देखने को मिला.