अबतक इंडिया न्यूज 3 अक्टूबर देशनोक । देशनोक जैसी धर्मनगरी में रोहिंग्या बांग्लादेशियों की उपस्थिति बेहद चौंकाने वाले हैं।यह केवल सामाजिक सुरक्षा ही नही राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहद चिंतनीय हैं।ऐसे लोगों को यहां देशनोक में कौन मकान किराए पर दे रहा हैं? कौन है वो लोग जो इनसे मजदूरी करवा रहे हैं ? रोहिंग्या समर्थकों को ढूंढना बेहद जरूरी हैं।पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती हैं।
देशनोक में नेहड़ी जी मंदिर के आसपास के इलाको में इनका डेरा होने की सूचनाएं कईबार चर्चा का विषय रही हैं।चर्चा यह भी है कि इस क्षेत्र में स्थानीय लोग इन्हें मकान भी किराए पर दे रहे हैं।किस आधार पर लोग मकान किराए पर दे रहे हैं।स्थानीय पुलिस प्रशासन को इसकी खबर है भी या नहीं।बिना किसी पुख्ता व प्रमाणित आईडी के लोग इन्हें मजदूर के तौर पर खेतों में कृषि कार्य करवा रहे हैं।स्थानीय लोगो को भी यह समझना होगा कि केवल सस्ती मजदूरी के चक्कर मे वो समाज व राष्ट्र के लिए कितना बड़ा खतरा मोल ले रहे हैं।
देशनोक में हुई लव जिहाद की घटना बड़े खतरे की आहट हैं।भेड़िये की खाल में छुपे ये लव जिहादी पूरे देश मे संक्रमण की तरह फैल रहे हैं।ऐसे में देशनोक जैसे कस्बे में इनकी उपस्थिति सामान्य घटना तो बिल्कुल ही नहीं हो सकती।सबसे बड़ी चौंकानेवाली बात तो यह हैं कि ये यहां तक पहुंचे कैसे ?कौन हैं वो लोग जो इनकी मदद कर रहे हैं ?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी रोहिंग्याओं के फर्जी वोटर बनने की खबरें खूब आई थी।ऐसे में कहीं देशनोक में इन्हें राजनीतिक वोट बैंक के तौर पर तो कोई राजनीतिक दल आश्रय नहीं दे रहा ?