अबतक इंडिया न्यूज 22 अगस्त जोधपुर।रेल प्रशासन ने रामदेवरा मेले में जाने वाले सभी जातरुओं के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि जोधपुर मंडल के सभी रेल मार्गों का शत प्रतिशत विद्युतीकरण किया जा चुका है, ऐसे में ट्रेन और बसों की छतों पर बैठकर यात्रा करना जानलेवा हो सकता है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने शुक्रवार को कहा कि रामदेवरा मेले के दौरान जातरू ट्रेन की छत पर बैठकर यात्रा नहीं कर सकेंगे क्योंकि समूचे जोधपुर मंडल के रेलमार्गों का विद्युतीकरण करवाया जा चुका है और उनके ऊपर से गुजरने वाले विद्युतीकृत तारों में 25 हजार वॉल्ट का करंट प्रवाहित हो रहा है।
उन्होंने इसे देखते हुए रामदेवरा के मेलार्थियों और अन्य सभी रेल यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए रेल यात्रा के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है। डीआरएम ने बताया कि इस संबंध में आरपीएफ को रामदेवरा आवागमन करने वाली सभी ट्रेनों पर इस बात की विशेष निगरानी रखने को कहा गया है कि कोई भी यात्री ट्रेन की छत पर यात्रा न करें।
इसके साथ ही उन्होंने सड़क मार्ग से निजी अथवा सरकारी बसों और वाहनों से रामदेवरा जाने वाली यात्रियों को इसके प्रति आगाह किया है कि वह लेवल क्रॉसिंग पार करते समय इन तारों का विशेष ध्यान रखें और किसी भी माध्यम से विद्युतीकृत तारों के साथ छेड़छाड़ कर वाहन निकालने की कोशिश ना करें अन्यथा इनमें प्रवाहित होने वाले करंट जानलेवा साबित हो सकता है।
उन्होंने बताया कि रामदेवरा आवगमन करने वाले जातरुओं की सुविधा हेतु पर्याप्त संख्या में अनारक्षित ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है तथा यात्री उचित माध्यमों से इस संबंध में जानकारी हासिल कर अपनी सुरक्षित यात्रा कर सकते हैं।
ट्रेन की छत पर यात्रा करना कानूनी अपराध भी है
ट्रेन की छत पर यात्रा करना रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 156 के तहत एक दंडनीय अपराध है। ऐसा करने पर तीन महीने तक की जेल, 500 रुपये तक का जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं। यह न केवल खतरनाक और जानलेवा है, बल्कि यह रेलवे नियमों का उल्लंघन भी है।