अबतक इंडिया न्यूज 8 सितंबर देशनोक । करणीधाम देशनोक के सपूत, प्रतिष्ठित उद्योगपति ,समाजसेवी व दानवीर भामाशाह व साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुंदरलाल दुग्गड़ के निधन पर सोमवार को साधुमार्गी जैन संघ देशनोक द्वारा चातुर्मास परिसर में विशाल श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। श्रद्धांजलि सभा मे दुगड़ के चाचा भीखमचन्द व अनुज कौशल दुगड़ भी शामिल हुए।
श्रद्धांजलि सभा में चातुर्मास समिति अध्यक्ष व उद्योगपति एवं समाजसेवी शांतिलाल सांड ने अपने संस्मरण साझा करते हुए कहा कि भामाशाह दुगड़ का असामयिक निधन देश व समाज के लिए अपूरणीय क्षति हैं। भाजपा नेता माधोदान ने दुगड़ के गोसेवा के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि उनका योगदान हमेशा अतुल्य रहा । दुगड़ के चाचा भीखम चंद दुगड़ ने भरी आवाज में कहा कि सुंदरलाल जैसे दानवीर ,समाजसेवी व विनम्रता से ओतप्रोत महामानव सदियों में जन्म लेते हैं। शिक्षाविद गोपाल मारू व जयपाल मारू ने दुगड़ को निर्धनों का मसीहा की संज्ञा देते हुए कहा कि यह नियति का कुठाराघात है।दुगड़ का अपनी जन्मभूमि से विशेष प्रेम था।शिक्षा व चिकित्सा के विकास के लिए सदैव तत्पर रहते थे।
विचार अभिव्यक्ति के बाद भामाशाह दुगड़ के लिए दो मिनिट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।इस श्रद्धांजलि सभा मे विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष भंवर गिरी,भारत विकास परिषद के अध्यक्ष धीरज बारठ,गौशाला के कार्यकारिणी सदस्य गोपाल मूंधड़ा,कोषाध्यक्ष शांतिलाल बरड़िया,श्री करणी मन्दिर निजी प्रन्यास के पूर्व अध्यक्ष हनुमान सिंह,विप्र फाउंडेशन देशनोक अध्यक्ष कैलाशचंद उपाध्याय,पार्षद नथमल सुराणा ,सुरेंद्र भूरा,आनंदमल मौर्य,मुरलीधर गोयल,करणी मंडल औषधालय संरक्षक कैलाश बोथरा,सवाई सिंह सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।