अबतक इंडिया न्यूज 11 सितंबर । थप्पड़ कांड से सुर्खियों में आए नरेश मीणा बुधवार को सवाई माधोपुर जिले के दौरे पर थे. जहां बड़ागांव और भदरोती कस्बे के लोगों ने उनका बड़े जोश के साथ स्वागत किया. इस मौके पर डूंगरी बांध का विरोध कर रहे लोगों ने भी उनसे मुलाकात की. नरेश मीणा ने डूंगरी बांध के मामले पर बात करते हुए कहा कि अगर आप लोग मुझे बुलाएंगे तो मैं जरूर आऊंगा, सरकार डूंगरी बांध बनाना चाहती है, और आप लोग चाहते हैं कि बांध न बने, तो इसके लिए पहले आप लोग राज्य की दोनों प्रमुख पार्टियों के नेताओं से मिलें, अगर फिर भी आपकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो आप मुझे बुलाएं, मैं जरूर आऊंगा.
गोली भी खानी पड़ी तो वे सबसे पहले खाएंगे
नरेश मीणा ने आगे कहा कि डूंगरी बांध के विरोध में अगर उन्हें पुलिस की गोली भी खानी पड़ी तो वे यहां के लोगों से पहले खाने को तैयार है. लेकिन वह किसी भी सूरत में डूंगरी बांध के नाम पर एक ईंट तक नहीं लगने देंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तल्ख टिप्पणी की. उनका कहना था कि कोई भी ताकत किसी भी सूरत में डूंगरी बांध को नहीं बना पाएगी. चाहे इसके लिए उन्हें कुछ भी करना पड़े .
‘भाजपा राज में अत्याचार बढ़ रहे हैं’
नरेश मीणा ने इस दौरान भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा. मलारना चोड़, तारनपुर और दुब्बी सहित कई गांवों में स्वागत के बाद वह बनोटा गांव में रामदेव जी महाराज के मेले में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं और कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है.
नरेश मीणा ने सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि डूंगरी बांध का निर्माण किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा का वादा किया और कहा कि यह परियोजना क्षेत्र की सामाजिक और पर्यावरणीय संरचना को नुकसान पहुंचा सकती है. पीकेसी ईआरसीपी परियोजना के तहत प्रस्तावित इस बांध के खिलाफ स्थानीय लोग पहले से ही आंदोलन कर रहे हैं, और नरेश मीणा के इस बयान ने उनके आंदोलन को और बल दिया है.सरकार परियोजना के नाम पर 76 गांवों के विस्थापन की तैयारी कर रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
डूंगरी बांध की तुलना गाजा से
डूंगरी बांध पर बोलते हुए नरेश मीणा ने इसे फिलिस्तीनी लोगों के साथ गाजा में हुए बर्बरता से जोड़ा. उन्होंने कहा कि अगर यह बांध बनता है तो सैकड़ों गांवों को उसी तरह उजाड़ दिया जाएगा, जैसे गाजा से फिलिस्तीनियों को उजाड़ा गया है. उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि उनके रहते डूंगरी बांध किसी भी कीमत पर नहीं बनेगा, लेकिन इसके लिए उन्हें लोगों के सहयोग की जरूरत पड़ेगी.
चकेरी गांव की महापंचायत में लेंगे हिस्सा
मीणा ने बताया कि वह 21 सितंबर को चकेरी गांव में होने वाली महापंचायत में भी हिस्सा लेंगे.उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में वहां पहुंचकर सरकार को सीधे चुनौती देने का आह्वान किया.