अबतक इंडिया न्यूज 7 सितंबर । राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने आज अजमेर सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और RSS प्रमुख मोहन भागवत को लेकर कई अहम बयान दिए. उन्होंने RSS प्रमुख मोहन भागवत के काशी-मथुरा वाले बयानों को देश के लिए नुकसानदायक करार दिया. साथ ही वर्तमान सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि भजनलाल शर्मा को सलाह देने वाला कोई मजबूत सलाहकार होना चाहिए, जिससे प्रदेश की जनता की समस्याएं जल्द सुलझाई जा सके.
गहलोत ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री का विरोधी नहीं हूं, लेकिन जनता और विपक्ष जो सवाल उठा रहे हैं, उनका जवाब सरकार को देना चाहिए. अभी के मुख्यमंत्री कहां हैं मैं भी उन्हें ढूंढ रहा हूं. उनके सलाहकार कौन हैं, यह भी समझ नहीं आ रहा. उन्होंने वसुंधरा राजे को अनुभवी नेता बताते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलना चाहिए था. गहलोत ने बीजेपी की आंतरिक राजनीति पर तंज कसते हुए कहा कि वसुंधरा राजे अनुभवी हैं, बीजेपी की नेचुरल चॉइस वही थीं. अगर वे मुख्यमंत्री होतीं, तो बेहतर काम होता और विपक्ष को भी उनसे मुकाबला करने में मजा आता.
जोधपुर से शांति का संदेश जोधपुर के ऐतिहासिक महत्व का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि मोहन भागवत को जोधपुर से शांति और सौहार्द का संदेश देना चाहिए. काशी-मथुरा जैसे बयान अनुचित हैं और देश में तनाव बढ़ा सकते हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि जोधपुर से सकारात्मक संदेश जाएगा.
कांग्रेस की जनहितकारी योजनाएं बंद करने का आरोप