अबतक इंडिया न्यूज 8 जून । राजस्थान के पीलूपुरा (भरतपुर) में आज सुबह 8 बजे गुर्जर समाज की महापंचायत शुरू हुई. इसमें प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. महापंचायत में शाम को सरकार की तरफ से मसौदा आया, जिसे विजय बैंसला ने पढ़कर लोगों को सुनाया. इसके बाद महापंचायत को समाप्त करने का ऐलान हुआ. उधर महापंचायत के फैसले के बाद गुर्जर समाज के युवा नाराज हो गए और बड़ी संख्या में दिल्ली-मुंबई रूट पर पहुंचकर ट्रेन को रोक दिया है.
इससे पहले कल (7 जून) गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने भी गुर्जर समाज के लोगों के साथ एक होटल में बैठक की. इस दौरान उन्होंने समझाइश का प्रयास किया. हालांकि इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया. महापंचायत का नेतृत्व बीजेपी नेता विजय बैंसला ने किया, जो गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष हैं.
विजय बैंसला ने किया पंचायत का आह्वान
विजय बैंसला ने वर्तमान भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि वह भी पिछली सरकारों के समझौतों पर अमल नहीं कर रही है. उन्होंने मुकदमों की वापसी न होने और केंद्र से संबंधित मांगों पर राज्य सरकार की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई है.
ये इलाके रहे हैं गुर्जर आंदोलन के प्रमुख केंद्र
पीलूपुरा वो इलाका है, जहां कर्नल बैंसला की छवि मजबूत भी रही और छाप भी. दरअसल, साल 2008 में जब गुर्जर आरक्षण आंदोलन भड़का तो पीलूपुरा केंद्र बन गया था. कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में रिजर्वेशन की मांग पर पूरा समाज आंदोलन पर बैठ गया. इस आंदोलन में झड़प भी हुई और पुलिस की फायरिंग में 72 लोगों की मौत हो गई. इसी दौरान, गुर्जरों की यह मांग राष्ट्रीय पटल पर आ गई और पूरे देश का ध्यान खींचा.
साल 2008, 2010, 2015 और 2019 में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के प्रमुख केंद्र पीपलखेड़ा-पाटोली (आगरा रोड़, मेंहदीपुर बालाजी) और मलारना डूंगर (सवाई माधोपुर) और खुशाली दर्रा (खंडार) भी आंदोलन के प्रमुख केंद्र रहे हैं.