अबतक इंडिया न्यूज 7 दिसंबर दिल्ली । इंडिगो एयरलाइन द्वारा व्यापक उड़ान रद्दियों के बाद सरकार और संसदीय समिति ने कड़ा रुख अपनाया है. नागरिक उड्डयन से संबंधित संसदीय समिति ने इंडिगो और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) दोनों को तलब किया है. समिति ने उड़ानों के रद्द होने, हवाई किराए में वृद्धि और यात्रियों को हुई परेशानी पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद संजय झा की अध्यक्षता में समिति अगले सप्ताह बैठक करेगी, जिसमें सभी एयरलाइंस, डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों को बुलाया जाएगा. इस बीच, सरकार ने इंडिगो के सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमें 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया है.
DGCA (Directorate General of Civil Aviation) issues a show-cause notice to The Accountable Manager of IndiGo Airline.
“…You are directed to show cause within 24 hours of receipt of this notice as to why appropriate enforcement action should not be initiated against you under… pic.twitter.com/QzGQcO1Ctv
— ANI (@ANI) December 7, 2025
संसदीय समिति भी करेगी कार्रवाई
परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसदीय कमेटी की अध्यक्षता जेडीयू नेता संजय झा के पास है. समिति डीजीसीए और विमानन मंत्रालय के अधिकारियों को बुला सकती है. संसद के कई सदस्यों ने पूरे मामले पर चिंता व्यक्त की है.
कंपनी ने क्या कहा- इंडिगो ने रविवार को बयान जारी कर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए जाने की बात कही है. इसमें चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता, बोर्ड डायरेक्टर्स ग्रेग सारेत्स्की, माइक व्हिटेकर और अमिताभ कांत, और सीईओ पीटर एल्बर्स शामिल हैं.











