अबतक इंडिया न्यूज 5 अगस्त । जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, लंबे समय से थे बीमार. जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय के गवर्नर रहे सत्यपाल मलिक का 5 अगस्त 2025, मंगलवार को देहांत हो गया. वह कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे और उनका इलाज चल रहा था. सत्यपाल मलिक ने दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली.
बताया गया कि सत्यपाल मलिक को गंभीर मूत्र मार्ग संक्रमण (यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन) और किडनी फेल्यर की जटिलताओं के कारण आईसीयू में रखा गया था. आज दोपहर में अस्पताल ने सत्यपाल मलिक के निधन की सूचना दी.
अनुच्छेद 370 हटा तब राज्यपाल थे सत्यपाल मलिक
बता दें जम्मू और कश्मीर में जब अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35 ए को समाप्त किया गया तब उस वक्त राज्यपाल सत्यपाल मलिक ही थे. जब जम्मू और कश्मीर को पूर्ण राज्य की जगह केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया, तब सत्यपाल मलिक केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्याल हो गए थे.
सत्यपाल के निधन पर जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने कहा कि यह मेरे लिए निजी क्षति है. जब संयुक्त मेरठ था तो हम लोगों की राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक साथ हुई. दोनों चौधरी चरण सिंह की अगुवाई वाले लोकदल में लंबे समय तक साथ रहे. बाद में वीपी सिंह की सरकार में हम दोनों साथ सांसद बनें. उनके जाने से पश्चिमी यूपी की बहुत मजबूत आवाज बंद हो गई.
कौन थे सत्यपाल मलिक
सत्यपाल मलिक का जन्म 24 जुलाई 1946 को हुआ था. वह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के हिसवाड़ा गांव के रहने वाले ते. उनका जन्म एक जाट परिवार में हुआ था. उन्होंने मेरठ कॉलेज से विज्ञान स्नातक और एलएलबी की डिग्री हासिल की. अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने 1968-69 में मेरठ कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में की. 1974-77 तक वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे और 1980 से 1989 तक राज्यसभा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया. 1989 से 1991 तक वह जनता दल के सदस्य के रूप में अलीगढ़ से नौवीं लोकसभा के सांसद रहे.