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राजस्थान के इन 60 गांवों पर बाढ़ का संकट,पढ़ें पूरी खबर

अबतक इंडिया न्यूज 16 जुलाई । राजस्थान में लगातार हो रही वर्षा के कारण कई जिलों में मानसून की भारी बारिश की वजह से नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. नदियों के पानी के लेवल बढ़ने से बांध में पानी भी वार्निंग लेवल के ऊपर पहुंच चुका है. वहीं राजस्थान में पानी की वजह से किसानों में काफी खुशी है. लेकिन बांध के खोले जाने से सैकड़ों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. राजस्थान के धौलपुर जिले से होकर गुजर रही चंबल नदी की बात करें तो नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है और यह खतरे के निशान तक पहुंच चुका है.

मध्य प्रदेश और हाड़ौती क्षेत्र के साथ धौलपुर जिले में हो रही बारिश से चंबल नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा हैं. सोमवार (14 जुलाई) को कोटा बैराज से दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद वर्तमान में चंबल नदी 130.35 मीटर के निशान पर बह रही है, जबकि खतरे का निशान 130.79 मीटर है. नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर जिला प्रशासन, जल संसाधन विभाग और केंद्रीय जल आयोग निगरानी बनाए हुए हैं.

लोगों को रोकने के लिए लगाए गए कर्मचारी

जिला प्रशासन ने आमजन को नदी क्षेत्र एवं जलभराव क्षेत्रों के समीप जाने से रोकने के लिए अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को पाबंद कर दिया हैं. चंबल नदी में पानी का स्तर 129.79 मीटर पर पहुंचते ही वार्निंग लेवल शुरू हो जाता है और 130.79 मीटर पर जलस्तर पहुंचते ही नदी खतरे के निशान से ऊपर हो जाती है. चंबल नदी का जल स्तर 135 मीटर से ऊपर पहुंचने पर सात दर्जन से अधिक गांव और ढाणियों में चम्बल का पानी प्रवेश करते ही बाढ़ आ जायेगी.

2022 में 7 दर्जन गांव में आई थी बाढ़

साल 2022 में चंबल नदी ने विकराल रूप धारण कर 146.50 मीटर पर पहुंची थी और 7 दर्जन गांव में बाढ़ आ गई थी. केंद्रीय जल आयोग के कनिष्ठ अभियंता लखी लाल मीणा और कुशल सहायक विवेकानंद हर घंटे बाद पानी के गेज को नापते हैं. नदी के पानी के आसपास कोई भी नहीं जाए इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने पुलिस के जवान तैनात कर दिए हैं.

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