अबतक इंडिया न्यूज 27 अगस्त । नशा तस्करी इन दिनों राजस्थान में तेजी से पैर पसार रहा है. सरहद पार से नशे की तस्करी बढ़ रही है, जबकि इस पर भारतीय सेना नजर बनाए हुए हैं. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि नशा तस्करी के धंधे में अब सेना के जवान की संलिप्तता सामने आने लगी है. कुछ महीने पहले सेना के जवान का भगोड़ा ड्रग्स तस्करी में अपनी गर्लफ्रैन्ड के साथ गिरफ्तार हुआ था. अब एक और नया मामला सामने आया है जिसमें नशा तस्करी के मामले में सेना के जवान समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. राजस्थान पुलिस ने नशा तस्करी के विरुद्ध बड़ा अभियान चलाया था. जिसमें दो अलग-अलग मामलों में बड़ी सफलता हासिल की है.
बताया जा रहा है कि पुलिस ने भारी मात्रा में गांजा और सिंथेटिक ड्रग MDMA जब्त करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आश्चर्य तब हुआ जब इन 7 लोगों में एक भारतीय सेना का जवान भी शामिल है, जो तस्करी में सहयोग कर रहा था.
ट्रक में 100 किलों से अधिक गांजे की खेप
बताया जा रहा है कि गांजे की खेप ट्रक में था जो लोहे के सरियों से भरा था. ऐसा पुलिस को चकमा देने के लिए किया गया था. लेकिन तलाशी के दौरान यह पकड़ा गया है. पुलिस को ट्रक से 103 किलो गांजा बरामद हुआ जिसकी बाजार मे करीब 1 करोड़ रुपए मूल्य बताया जा रहा है । ट्रक पर छापेमारी के दौरान ट्रक ड्राइवर जहीर खान और उसका साथी विनोद शर्मा पकड़ा गया है. दोनों ही आरोपी झालरापाटन के रहने वाले हैं.
वहीं गांजे के खेप वाली ट्रक को एस्कॉर्ट कर रही एक लग्जरी कार भी थी, जिसे पुलिस ने रोका तो बड़ा खुलासा हुआ. गाड़ी में सवार पीरूलाल मालवीय (34) राजगढ़ मध्य प्रदेश का रहने वाला था, जो हाल में कोतवाली झालावाड़ और अनवर उर्फ अन्नू (29) निवासी झालरापाटन को भी गिरफ्तार किया गया. वहीं पीरूलाल मालवीय के पास से भारतीय सेना का आईडी कार्ड बरामद हुआ, जिसका इस्तेमाल वह पुलिस नाकाबंदी से बचने और साथियों को सतर्क करने के लिए करता था. पुलिस अब इस बड़े नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है.
सिंथेटिक ड्रग्स का सौदा
एक और पुलिस कार्रवाई में झालरापाटन पुलिस के गश्त के दौरान एक बिना नंबर वाली फोर्ड इको स्पोर्ट कार से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया. तलाशी में कार से 1.57 ग्राम सिंथेटिक ड्रग एमडीएमए बरामद हुआ. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इमरान उर्फ आशु पाया (26), कालू उर्फ शेख शाहरुख (27) और अजहर (28) निवासी रामगंज मंडी कोटा के रूप में हुई है.
प्रारंभिक पूछताछ में इन आरोपियों ने बताया कि वे परमानंद गुर्जर उर्फ पंडा से 100 ग्राम एमडीएमए खरीदने आए थे और इसके लिए उन्होंने 45,000 रुपये एडवांस दिए थे. पुलिस को देखते ही परमानंद गुर्जर मौके से फरार हो गया. पुलिस अब फरार आरोपी की तलाश कर रही है.