अबतक इंडिया न्यूज जोधपुर, 15 जुलाई। उत्तर पश्चिम रेलवे, जोधपुर मंडल द्वारा रेल संरक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में तत्परता, सजगता व उत्कृष्ट कार्य हेतु 08 रेलकर्मियों को मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित कर्मचारियों में पाँच लोको पायलट, एक स्टेशन मास्टर, एक गुड्स गार्ड तथा एक तकनीशियन रेलकर्मी शामिल हैं, जिन्होंने अपने कर्तव्य के प्रति समर्पण दिखाते हुए संभावित दुर्घटनाओं को टालकर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
स्टेशन मास्टर, सौरभ निर्माण की सजगता से टली दुर्घटना
सोमवार 14 जुलाई 2025 को सौरभ निर्माण, स्टेशन मास्टर, बोमादड़ा, जब ड्यूटी हेतु अपने निजी वाहन से पाली मारवाड़ से बोमादड़ा की ओर जा रहे थे, तब उन्होंने पाली मारवाड़–बोमादड़ा रेलखंड के किमी संख्या 701/9 से 701/13 के मध्य ट्रैक पर तीन स्थानों पर जलभराव के कारण ब्रीचेज देखे। उन्होंने बिना समय गंवाए खंड नियंत्रक (मध्य), जोधपुर और स्टेशन मास्टर, पाली मारवाड़ को सूचित किया। उस समय पाली स्टेशन से गाड़ी संख्या 14821 (अप) के लिए सिग्नल ऑफ किए जा चुके थे, लेकिन सूचना मिलते ही गाड़ी को तुरंत पाली पर ही रोका गया और संभावित दुर्घटना को टाल दिया गया। उनकी तत्परता से यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
गुड्स गार्ड, मयंक शर्मा की तत्परता से टली आगजनी की घटना
मयंक शर्मा, गाड़ी प्रबंधक (माल), जोधपुर द्वारा गजनेर यार्ड से रन थ्रू पास होते समय स्टेशन मास्टर द्वारा चिंगारी देखे जाने पर दिए गए लाल संकेत का पालन करते हुए ट्रेन को तुरंत रोका गया। निरीक्षण में उन्होंने इंजन से पाँचवें वैगन (SER/12070360809) की ट्राली में आग लगी हुई पाई। शर्मा ने कांटेवाला गजनेर के साथ मिलकर अग्निशमन यंत्र से आग बुझाई, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई तथा अन्य गाड़ियों में होने वाले विलंब को भी रोका जा सका। उनकी इस त्वरित और साहसी कार्यवाही के लिए उन्हें प्रशंसा प्राप्त हुई।
पाँच लोको पायलटों को सम्मान
रेल संचालन के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन, सतर्कता और समय पर निर्णय लेकर दुर्घटनाओं को रोकने हेतु पाँच लोको पायलटों को डीआरएम द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। ये लोको पायलट अपनी दक्षता और सतर्कता से रेल संरक्षा में निरंतर योगदान दे रहे हैं।
डीआरएम त्रिपाठी ने बताया कि महेंद्र सिंह नेगी (लोको पायलट) एवं अभिजीत यादव (सहायक लोको पायलट) ने 03 जुलाई को ट्रेन संचालन के दौरान ट्रैक पर जर्क (झटका) अनुभव कर उसकी सूचना दी। उनकी सतर्कता से ट्रैक की जांच की गई एवं सतर्कता आदेश लागू कर संभावित दुर्घटना को टाला गया। घनश्याम (लोको पायलट) एवं अरुण कुमार (सहायक लोको पायलट) ने 05 जुलाई को ट्रेन संचालन के दौरान ट्रैक के पास एक घायल व्यक्ति को देखकर तत्काल मानवीय संवेदनाओं के साथ उसे एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल भिजवाया, जिससे एक अमूल्य जीवन की रक्षा संभव हो सकी। उत्तम कुमावत (लोको पायलट) ने 20 जून को ट्रेन संचालन के दौरान समीप से गुजर रही एक ट्रेन में तकनीकी खराबी को पहचान कर उसकी सूचना नियंत्रण कक्ष को दी, जिससे यथाशीघ्र सुधार कार्य संभव हुआ और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकी।
मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने सम्मानित रेलकर्मियों को बधाई देते हुए कहा, आप सभी ने कार्य में जो निष्ठा, सतर्कता और शक्ति दिखाई है, वह अत्यंत प्रेरणादायक है। रेलवे जैसे महत्वपूर्ण सेवा क्षेत्र में संरक्षा सर्वोपरि है, और आप सब इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं सभी से अपील करता हूँ कि वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, क्योंकि एक स्वस्थ कर्मचारी ही सुरक्षित संचालन सुनिश्चित कर सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इसी तरह कर्तव्यनिष्ठा से कार्य कर रेल यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक राकेश कुमार, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (कैरिज एंड वैगन) अमित स्वामी, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता जोगेन्द्र मीणा, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक लोकेश कुमार, तथा वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अभिषेक गांधी उपस्थित रहे।