October 12, 2025 3:14 am

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कफ सिरप पर डॉक्टर का बड़ा खुलासा, सिरप को ‘टेस्ट’ करने के लिए खुद ली दवा, 3 घंटे रहे बेहोश

अबतक इंडिया न्यूज 4 अक्टूबर । राजस्थान में खांसी की दवा लेने से काम से काम तीन बच्चों की मौत की बात कही जा रही है. जिसे सरकार नकार रही है. चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि जो मौत के बाद दावा किया जा रहा है कि कफ सिरप की वजह से हुई है, ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने कफ सिरप के फार्मूले की पूरी जांच करवाई है, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मौत कफ सिरप लेने की वजह से नहीं हुई. इस बयान से मंत्री ने प्रदेश सरकार की ओर से किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार किया.

लेकिन अब कलसाड़ा प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. ताराचंद योगी ने डेक्सट्रोमेथॉर्फन हाइड्रोब्रोमाइड सिरप को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों की खांसी के इलाज के दौरान इस सिरप के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होने की जानकारी लेने के लिए उन्होंने स्वयं इसका सेवन किया. डॉ. योगी का कहना है कि उन्हें 26 सितंबर को ड्यूटी के दौरान खांसी और गले में खराश थी, जिसके कारण उन्होंने साथी चिकित्सक से इस सिरप का प्रिस्क्रिप्शन लिया.

दो से तीन मिलीलीटर की खुराक ली

डॉ. योगी ने आगे बताया कि उन्होंने सिरप की निर्धारित दो से तीन मिलीलीटर की खुराक ली और बाद में अस्पताल में आराम किया. निजी काम के कारण उन्हें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय जाना था, लेकिन रास्ते में गणेश माफमोड पर अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई. उन्हें उल्टी, चक्कर और बेचैनी होने लगी और उन्होंने गाड़ी को साइड में करके लेट गए.

बेहोश हो गए और उन्हें कुछ याद नहीं रहा

उन्होंने कहा कि उनकी हालत बिगड़ती देख उन्हें लगा कि यदि सुधार नहीं होगा तो किसी परिवारजन को कॉल करेंगे, लेकिन इसी दौरान वे बेहोश हो गए और उन्हें कुछ याद नहीं रहा. परिवारजन जब उनसे संपर्क नहीं कर पाए तो प्रशासन से मदद मांगी गई. स्थानीय प्रशासन, चिकित्सा प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने उनका नंबर ट्रेस कर लोकेशन पता की और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया.

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