अबतक इंडिया न्यूज बीकानेर,27 जून। अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 एवं सहकार से समृद्धि अभियान के तहत प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को केन्द्रीय सहकारी बैंक से जोड़ने के उद्देश्य से शुक्रवार को बज्जू स्थित उरमूल डेयरी प्लांट कार्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला का उद्देश्य समितियों को बैंक मित्र बनाकर ग्रामीण स्तर पर सहकारी बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करना रहा।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उरमूल डेयरी के प्रबंध संचालक बाबूलाल बिश्नोई ने कहा कि केंद्र सरकार की पहल पर दुग्ध सहकारी समितियों को माइक्रो एटीएम उपलब्ध कराकर उन्हें बैंक मित्र के रूप में जोड़कर सशक्त किया जा रहा है। इससे न केवल समितियों की कार्यक्षमता व आय बढ़ेगी, बल्कि उनके सदस्यों को बैंकिंग सेवाएं सीधे गांव में उपलब्ध होंगी।
केंद्रीय सहकारी बैंक बज्जू के प्रबंधक जनक तनेजा ने
बताया कि जब समितियां बैंक मित्र बनेंगी, तो उनके सदस्य सीधे बैंकिंग नेटवर्क से जुड़ सकेंगे और उन्हें भुगतान भी समिति स्तर से प्राप्त होगा। इससे समितियों की आय में वृद्धि के साथ-साथ पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने म्हारो बैंक, म्हारो खातो अभियान, माइक्रो एटीएम संचालन, बैंक खाता खोलने की प्रक्रिया और नो योर कस्टमर की अनिवार्यता के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में पी एण्ड आई इंचार्ज व नोडलअधिकारी मोहन सिंह चौधरी ने कहा कि उरमूल डेयरी और केंद्रीय सहकारी बैंक मिलकर दुग्ध उत्पादक समितियों को बैंक मित्र बनाकर ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों के खाते खुलवाकर बैंकिंग सेवाएं आसान बना रहे हैं।यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को गति देने के साथ-साथ दुग्ध समितियों की आर्थिक स्थिरता को भी मजबूत करेगी।
इस कार्यशाला में बज्जू पंचायत समिति प्रधान भागीरथ तेतरवाल, डायरेक्टर रामजस भादू,गोरधनराम,मांगीलाल,बज्जू केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंधक जनक तनेजा, ग्रामीण दयाराम, हरिराम सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
यूनिट प्रभारी अमराराम ने सभी का आभार व्यक्त किया।