August 27, 2025 11:38 pm

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सीएम भजनलाल शर्मा का IAS-RAS समेत 37 कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन, 9 पुलिस इंस्पेक्टरों को नौकरी से हटाया

अबतक इंडिया न्यूज 6 अगस्त । राजस्थान पुलिस के 9 इंस्पेक्टरों पर सरकार के आदेश के अनुसार गाज गिरी है. इसके तहत राजस्थान सरकार ने गृह विभाग के 9 पुलिस निरीक्षकों (Police Inspector) को अनिवार्य सेवानिवृत्ति (Compulsory Retirement) देकर राज्य सेवा से बाहर करने का फैसला किया है. अधिकारियों ने बुधवार (6 अगस्त) को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य सेवा के अधिकारियों के खिलाफ विचाराधीन 37 प्रकरणों का निस्तारण करते हुए यह कार्रवाई की है.

क्यों दिया गया कंपलसरी रिटायरमेंट

आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने राज्य कर्मचारियों की अक्षमता, असंतोषजनक कार्य निष्पादन के प्रति कड़ा रुख अपनाते हुए गृह विभाग के नौ पुलिस निरीक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति प्रदान कर राज्य सेवा से बाहर किया है. इसमें कहा गया कि कर्मचारियों की कार्यशैली, कार्य दक्षता, सत्यनिष्ठा, विभागीय जांच एवं कार्य मूल्यांकन प्रतिवेदन आदि की विभिन्न स्तर पर समीक्षा करते हुए नौ कर्मचारियों के प्रकरणों की उच्च स्तरीय समिति से जांच करवाकर अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्रवाई की है.

IAS और RAS अधिकारियों पर भी कार्रवाई

इसी तरह मुख्यमंत्री ने नियम विरुद्ध भू-आवंटन के एक गंभीर प्रकरण में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के विरुद्ध अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन एवं अपील) नियम 1969, के नियम 8 के तहत कार्रवाई शुरू किए जाने का अनुमोदन किया है. उन्होंने लंबित प्रकरणों का निस्तारण करते हुए छह अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन कार्रवाई शुरू करने की मंजूरी तथा राजस्थान प्रशासनिक एवं लेखा सेवा के दो अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा 17-ए में विस्तृत जांच कराने की अनुमति भी प्रदान की.

शर्मा ने सेवारत 13 अधिकारियों के विरुद्ध सीसीए नियम-16 के तहत विभागीय जांच कार्रवाई में वार्षिक वेतन वृद्धियां संचयी/असंचयी प्रभाव से रोकने का निर्णय किया है.

उन्होंने सेवानिवृत्त अधिकारियों के पुराने प्रकरणों का निस्तारण करते हुए पेंशन नियमों के तहत पांच अधिकारियों की पेंशन रोकने का निर्णय किया, इनमें से एक अधिकारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार प्रकरण में दोष सिद्धि होने से शत प्रतिशत पेंशन रोकने की सख्त कार्रवाई की गई है.

बयान में कहा गया कि सेवानिवृत्त अधिकारियों के विरुद्ध नौ प्रकरणों में 14 अधिकारियों पर प्रमाणित आरोपों के जांच निष्कर्ष का अनुमोदन भी किया.

क्या है कंपलसरी रिटायरमेंट

कंपलसरी रिटायरमेंट (Compulsory Retirement) यानी अनिवार्य सेवानिवृत्ति, यह एक कार्रवाई है जो कर्मचारियों के खिलाफ होती है और उन्हें जबरन नौकरी से हटाया जाता है. यह एक तरह से बर्खास्त करना होता है लेकिन इसमें रिटायरमेंट के तौर पर नौकरी से हटाया जाता है. यानी सेवाकाल पूरा होने से पहले ही रिटायरमेंट दे दी जाती है. ऐसा तब किया जाता है जब किसी गंभीर अपराध या अक्षमता के कारण सजा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.

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