अबतक इंडिया न्यूज 17 जून । राजस्थान में जल संकट से राहत दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल को पत्र लिखकर चिनाब नदी बेसिन से जुड़ी तीन बड़ी जल परियोजनाओं को जल्द लागू करने का आग्रह किया है. मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि हिमालय से निकलने वाली चिनाब जैसी नदियों का अतिरिक्त पानी अगर ब्यास, रावी और उझ जैसी पूर्व की ओर बहने वाली नदियों में लाया जाए, तो इससे उत्तर भारत के कई राज्यों के साथ-साथ राजस्थान को भी बहुत बड़ा लाभ मिल सकता है.
राजस्थान को मिलेगा 3 मिलियन एकड़ फीट पेयजल
मुख्यमंत्री ने केंद्र को बताया कि राजस्थान को 1.0 मिलियन एकड़ फीट (MAF) पानी पीने के लिए 1.0 MAF सिंचाई के लिए और 0.2 MAF औद्योगिक जरूरतों के लिए चाहिए. इसके साथ ही राज्य में मौजूद प्राकृतिक झीलों और जलाशयों में 1.0 MAF पानी स्टोर करने की क्षमता भी है, जिसका पूरा उपयोग इन परियोजनाओं से संभव हो सकेगा. मुख्य तीन लाभ जो राजस्थान को मिल सकते हैं उनमें ब्यास और सतलुज नदियों में पानी बढ़ेगा, जिससे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली के साथ-साथ राजस्थान को भी फायदा होगा. इंदिरा गांधी नहर को और अधिक पानी मिलेगा, जिससे पश्चिमी राजस्थान की बड़ी आबादी को सिंचाई और पीने के पानी में राहत मिलेगी.
‘मील का पत्थर साबित होगी योजना’
औद्योगिक क्षेत्रों को पर्याप्त जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे नए निवेश और रोजगार के अवसर पैदा होंगे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह योजना राजस्थान के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है, इसलिए केंद्र सरकार को इसे शीघ्र मंजूरी देनी चाहिए.