अबतक इंडिया न्यूज 24 जुलाई । संसद से लेकर सड़क तक इंडी गठबंधन के घटक दलों ने बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की कवायद के विरोध में हल्ला बोला। इस बीच, चुनाव आयोग ने कड़ा संदेश देते हुए साफ कर दिया कि किन-किन लोगों को मतदान करने की अनुमति नहीं देने वाला है, जबकि विपक्षी दल लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में इस विषय पर जवाब मांग रहे हैं।
चुनाव आयोग का बड़ा संदेश
सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग ने बड़ा संदेश देते हुए साफ कर दिया कि किसी भी डर या बहकावे में आकर वह मृतक, स्थाई तौर पर प्रवास कर गए मतदाताओं, दो जगह वोट बनवा चुके मतदाताओं, फर्जी मतदाताओं या विदेशी मतदाताओं को वोट डालने की अनुमति नहीं देने वाला है।
सूत्रों के मुताबिक, ”भारत का संविधान ही भारत के लोकतंत्र की जननी है। किसी भी डर या बहकावे में आकर चुनाव आयोग मृतक, स्थाई तौर पर प्रवास कर गए मतदाताओं, दो जगह वोट बनवा चुके मतदाताओं, फर्जी मतदाताओं या विदेशी मतदाताओं को वोट डालने की अनुमति कभी नहीं देगा। चुनाव आयोग संविधान में दिए गए अधिकारों की सीमा के अनुरूप ही त्रुटि रहित मतदाता सूची बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।”